नई दिल्ली: दिल्ली की पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल गोयल कांडा की अग्रिम जमानत अर्जी अदालत ने खारिज कर दी है। इसके बाद अब गोपाल कांडा की गिरफ्तारी तय है। बुधवार को ही दिल्ली पुलिस ने कांडा की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई थी। जो हरियाणा में छापेमारी कर रही है। जानकारी के अनुसार कांडा को पहले से ही जानकारी मिल चुकी थी कि  दिल्ली पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। कांडा बुधवार को ही अपने गुडग़ांव के घर से निकले थे। गुरुवार को उनके वकील ने दिल्ली हाईकोर्ट में बकायदा अग्रिम जमानत की अर्जी दी।
जिसका विरोध करते हुए सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि कांडा के खिलाफ कई सबूत मिल चुके हैं। कांडा के वकील ने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी देते हुए कहा कि गीतिका भ्रमित थी। अगर वो कंपनी छोड़कर जाना चाहती थी तो इसका मतलब ये नहीं कि कांडा जिम्मेदार हैं। कांडा के वकील ने आगे कहा कि गीतिका बहुत ही संवेदशील लड़की थी और इसे उनकी मां भी नहीं समझ पाई। गीतिका ने अपने सुसाइड नोट में इस बात का भी खुलासा नहीं किया कि आखिर कांडा क्या चाहते थे। गीतिका ने जिस तरह से खुदकुशी की। वो भावनाओं में बहकर और गुस्से में उठाया गया कदम है।
पिछले छह सालों में गीतिका कई बार कंपनी को छोड़ी और ज्वाइन की। वो बहुत ही महत्वाकांक्षी थी। वकील ने बताया कि गीतिका खुदकुशी मामले में अरुणा और कांडा दोनों जिम्मेदार हैं। और दोनों को आमने सामने बिठाकर पूछताछ जरूरी है। यही नहीं सुसाइड नोट की भाषा से भी साफ है कि कांडा गीतिका के प्रति गलत नजरिया रखता था। पुलिस के वकील ने बताया कि अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है, ताकि इस मामले में और खुलासा हो सके।
सरकारी वकील ने कहा कि हमारे पास गीतिका के दो सुसाइड नोट हैं, एक 4 मई और दूसरा 4 अगस्त का है। ये दोनों नोट मौके से मिले हैं। जो कांडा के खिलाफ सबूत के तौर पर काफी हैं। पुलिस के वकील ने कोर्ट को ये भी जानकारी दी कि गीतिका के लैपटॉप से एक मेल भी मिला है जिसे अक्टूबर 2010 में एमडीएलआर की तरफ से भेजा गया था। इस मेल में दुबई से वापस आने की धमकी दी गई थी। वकील ने ये भी बताया कि इस मामले में 4 मोबाइल फोन सुराग के तौर पर जब्त किए गए हैं।